बीआरडी में डायलिसिस शुरू, मरीजों ने ली राहत की सांस

बीआरडी में डायलिसिस शुरू, मरीजों ने ली राहत की सांस


पूर्वांचल में किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत की खबर है। 11 दिन बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस शुरू हो गई। हिन्दुस्तान में खबर प्रकाशित होने के बाद हरकत में आए कॉलेज प्रशासन ने आरओ की मरम्मत करा दी। सोमवार को 14 मरीजों की डायलिसिस की गई।


मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस यूनिट के संचालन के लिए आरओ प्लांट लगा है। आरओ के पानी से डायलेजर और डायलिसिस मशीनों की सफाई होती है। आरओ प्लांट का पाइप फटने से यूनिट 11 दिनों से बंद थी। इस दौरान किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। गरीब मरीजों की तो जान पर बन आई।


आठ बेड की है डायलिसिस यूनिट


बीआरडी मेडिकल कॉलेज में गुर्दा (किडनी) रोग से जूझ रहे गरीब मरीजों को फ्री डायलिसिस सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्पेशल डायलिसिस यूनिट स्थापित की गई। इसमें डायलिसिस की आठ मशीनें लगाई गईं। यूनिट को लगाने में करीब एक करोड़ रुपये खर्च हुए। यह यूनिट अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसका संचालन मेडिसिन विभाग करता है।


550 मरीज हैं पंजीकृत


बीआरडी में किडनी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मेडिसिन विभाग में करीब 550 मरीज पंजीकृत हैं। जिन्हें डायलिसिस की दरकार है। डायलिसिस यूनिट में मरीजों को दो से तीन महीने की वेटिंग मिल रही है।


छह से आठ हजार रुपये होते हैं खर्च


डायलिसिस यूनिट ठप होने से मरीजों को काफी परेशानी होती है। बीआरडी में डायलिसिस फ्री में होती है जबकि बाहर इसके लिए छह से आठ हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत गरीब मरीजों को हो रही थी।


खबर प्रकाशित होने के बाद हरकत में आया कॉलेज प्रशासन


इस मामले को आपके अपने समाचार पत्र हिन्दुस्तान ने 22 जनवरी के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। अगले दिन डायलिसिस के इंतजार में मरीज की मौत की खबर को भी अखबार में स्थान दिया। इसके बाद से कॉलेज प्रशासन हरकत में आ गया। प्राचार्य ने डायलिसिस यूनिट को संचालित करने के लिए मातहतों को टाइट किया। मरम्मत करने वाली फर्म से बात की। इसका असर दिखा। उसी दिन से मरम्मत शुरू हो गई।


बोले प्राचार्य


आरओ सिस्टम खराब हो गया था। इसकी सूचना मिलने के बाद मरम्मत का ठेका लेने वाली फर्म के पेंच कसे गए। फर्म के सुपरवाइजर ने चार दिन मौजूद रहकर खराबी को दुरुस्त कराया। आज से डायलिसिस शुरू हो गई। अब मरीजों को कोई परेशानी नहीं होगी।